अश्वगंधा क्या है What is ashwagandha

अश्वगंधा

 अश्वगंधा क्या है-What is ashwagandha

अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जाता रहा है। इस जड़ी-बूटी से अश्वगंधा चूर्ण, पाउडर और कैप्सूल बनाया जाता है। अश्वगंधा का वैज्ञानिक नाम विथानिया सोम्निफेरा (Withania somnifera) है।

आम बोलचाल में इसे अश्वगंधा के साथ-साथ इंडियन जिनसेंग और इंडियन विंटर चेरी भी कहा जाता है। इसका पौधा 35-75 सेमी लंबा होता है।

मुख्य रूप से इसकी खेती भारत के सूखे इलाकों में होती है, जैसे – मध्यप्रदेश, पंजाब, राजस्थान व गुजरात। इसे बहुतायत संख्या में चीन और नेपाल में भी उगाया जाता है।

विश्वभर में इसकी 23 और भारत में दो प्रजातियां पाई जाती हैं अश्वगंधा  का नाम अश्‍व और गंध से लिया गया है। अश्‍वगंधा की जड़ और पत्तों से घोड़े के मूत्र एवं पसीने जैसी दुर्गंध आने के कारण ही इसका नाम अश्‍वगंधा रखा गया है।

अश्वगंधा से लाभ (Benefits of Ashwagandha)

अश्वगंधा को संपूर्ण शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है। अश्वगंधा के गुण में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटी स्ट्रेस, एंटीबैक्टीरियल एजेंट और इम्यून सिस्टम को बेहतर करना व अच्छी नींद शामिल हैं।

इसके सेवन से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली बेहतर हो सकती है।

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (एनसीबीआई) की ओर से आयी  रिपोर्ट के अनुसार, अश्वगंधा का उपयोग इम्यूनिटी को बढ़ाने, पुरुषों में यौन व प्रजनन क्षमता को बेहतर करने और तनाव को कम करने के लिए भी किया जा सकता है।

इसके अलावा, अश्वगंधा के औषधीय गुण में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव भी शामिल है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को बनने से रोक सकता है । इसके कारण एजिंग व अन्य बीमारियां कम हो सकती हैं

कोलेस्ट्रॉल कम करता है

अश्वगंधा का सेवन करने से टोटल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद मिलती है साथ ही यह एचडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है।

अच्छी नींद लाने मे सहायक है

2017 में जापान की त्सुकुबा यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट द्वारा किए गए एक रिसर्च के अनुसार, अश्वगंंधा के पत्तों में ट्राएथिलीन ग्लाइकोल नामक यौगिक होता है, जो गहरी नींद में सोने में मदद कर सकता है।

इस रिसर्च के आधार पर कहा जा सकता है कि अनिद्रा के शिकार लोगों के नींद की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए अश्वगंधा का सेवन किया जा सकता है

तनाव व अवसाद को कम करने में लाभकारी ) तनाव और अवसाद  कई बीमारियों का कारण बन सकती है। चूहों पर किए गए शोध के अनुसार, आयुर्वेदिक औषधि अश्वगंधा में मौजूद एंटी-स्ट्रेस गुण तनाव कम करके इसके कारण होने वाली बीमारियों से बचा सकता है

अश्वगंधा एक शक्तिवर्धक औषधि है

अश्वगंधा पुरुषों की यौन क्षमता मे  बेहतर  सुधार कर सकती है।

कैंसर से बचाव मे सहायक है

एनसीबीआई की ओर से प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में कहा गया है कि अश्वगंधा में एंटी-ट्यूमर एजेंट होते हैं, जो ट्यूमर को पनपने से रोक सकते हैं।

साथ ही अश्वगंधा बतौर कैंसर के इलाज के रूप में इस्तेमाल होने वाली कीमोथेरेपी के नकारात्मक प्रभाव को खत्म करने में मदद कर सकता है

 डायबिटीज को कम करने में सहायक

आयुर्वेदिक औषधि अश्वगंधा के जरिए डायबिटीज से भी बचा जा सकता है। इसमें मौजूद हाइपोग्लाइमिक प्रभाव, ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में सहायक हो सकता है।

इम्यूनिटी बढा़ने के लिए अश्वगंधा बहुत लाभकारी है

आंखों की बीमारी जैसे  मोतियाबिन्द आदि के लिए अश्वगंधा का सेवन बहुत लाभकारी है
अर्थराइटिस में लाभकारी-
अश्वगंधा का सेवन करने से आर्थराइटिस के लक्षण को कम करता है और आर्थराइटिस की वजह से होने वाले दर्द में भी आराम पहुँचाता है
याददाश्त के लिए अश्वगंधा का सेवन लाभकारी है

अश्वगंधा  के सेवनसे मांसपेशियां मजबूत होती हैं

मांसपेशियां मजबूत होने के साथ ही दिमाग और मांसपेशियों के बीच बेहतर तालमेल बन सकता है। यही कारण है कि जिम जाने वाले और अखाड़े में अभ्यास करने वाले पहलवान भी अश्वगंधा के सप्लीमेंट्स लेते हैं

हृदय के स्वास्थ्य में अश्वगंधा लाभदायक है

अश्वगंधा में कार्डियोप्रोटेक्टिव प्रभाव होता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। इस इफेक्ट का कारण अश्वगंधा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एपोप्टोटिक गतिविधि को माना जाता है।

एजिंग से बचाने में अश्वगंधा के लाभ

अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है। इस लिहाज से यह त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकता है। एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में बनने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़कर बढ़ती उम्र (एजिंग) के लक्षणों जैसे झुर्रियां व ढीली त्वचा को बचा सकता है

बालों के लिए अश्वगंधा के फायदे

अश्वगंधा पाउडर बेनिफिट्स में बालों को स्वस्थ रखना और झड़ने से बचाना भी शामिल है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, आनुवंशिक कारण (Non-classical Adrenal Hyperplasia) व थाइरायड की वजह से झड़ रहे बालों को रोकने में अश्वगंधा मदद कर सकता है ।

अश्वगंधा बालों के मेलेनेन को भी बढ़ा सकता है, जिसकी वजह से बालों का रंग बना रहता है

डैंड्रफ में अश्वगंधा चूर्ण खाने के फायदे

कई बार स्ट्रेस और अच्छी नींद न आने की वजह से भी डैंड्रफ होने लगता है। दरअसल, ऐसा सेबोरेहिक (Seborrheic) डर्मेटाइटिस त्वचा विकार के दौरान हो सकता है।

इसमें स्कैल्प में खुजली, लाल चकत्ते और डैंड्रफ होने लगता है। ऐसे में अश्वगंधा में मौजूद एंटी-स्ट्रेस गुण लाभदायक हो सकता है।

यह स्ट्रेस को खत्म करके डैंड्रफ को दूर करता है। साथ ही इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी सेबोरेहिक (Seborrheic) डर्मेटाइटिस को ठीक कर सकता है॥

समय से पहले बालों का सफेद होना

हर कोई चाहता है कि उनके बाल समय से पहले सफेद न हों। इस चाहत को अश्वगंधा से पूरा किया जा सकता है। यह आयुर्वेदिक औषधि बालों में मेलानिन के उत्पाद को बढ़ाती है। मेलेनिन एक प्रकार का पिगमेंट होता है, जो बालों के प्राकृतिक रंग को बनाए रखने में मदद करता है

अश्वगंधा के इस्तेमाल के सबंध में आवश्यक दिशा निर्देश

  • अश्वगंधा की तासीर गर्म होती है। इसी वजह से इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से बचना चाहिए।इसका सेवन ज्यादा लंबे समय तक नहीं किया जाना चाहिए।
  • आंत संबंधी परेशानी वाले व्यक्तियों को इसके सेवन से बचाने की सलाह दी जाती है
  • अश्वगंधा सप्लीमेंट्स के डब्बे  पर भी लिखा होता है कि अश्वगंधा कैसे खाना चाहिए। उस लिखे निर्देश का भी पालन किया जा सकता है।
  • अश्वगंधा की कैप्सूल व टेबलेट लेने के आदर्श समय की बात करें, तो वह खाना खाने के दो घंटे बाद का माना जाता है।

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