आंवले के चमत्कारी फायदे, जरूर जानिए-What is the miraculous benefits of Amla

आंवले के चमत्कारी फायदे, जरूर जानिए
आंवले के विषय में जितना भी कहा जाये कम है। कहा जाता है कि यह 100 रोगों की एक दवा है। आयुर्वेद में आंवला सभी रोगों की अचूक दवा मानी गयी है। यह किसी भी रूप में बेहद लाभकारी है चाहे अचार हो या फिर मुरब्बा। शीत में आंवले का सेवन सभी को करना चाहिये। सुबह प्रतिदिन खाली पेट दो आंवले खाने या रात में सोने से ठीक पहले एक चम्मच आंवले का चूर्ण एक घूंट पानी के साथ लेने का प्रभाव आप एक महीने में स्वयं महसूस करेंगे।
विटामिन-सी से भरपूर आंवला, आंखों, बालों और त्वचा के लिए तो फायदेमंद है। 

आंवले के चमत्कारी फायदे, जरूर जानिए-What is the miraculous benefits of Amla

  • डायबिटीज के मरीजों के लिए आंवला बहुत काम की चीज है। पीड़ि‍त व्यक्ति अगर आंवले के रस का प्रतिदिन शहद के साथ सेवन करे तो बीमारी से राहत मिलती है। 
  • एसिडिटी की समस्या होने पर आंवला बेहद फायदेमंद होता है। आंवले का पाउडर, चीनी के साथ मिलाकर खाने या पानी में डालकर पीने से एसिडिटी से राहत मिलती है। इसके अलावा आंवले का जूस पीने से पेट की सारी समस्याओं से निजात मि‍लती है।
  • पथरी की समस्या में भी आंवला कारगर उपाय साबित होता है। पथरी होने पर 40 दिन तक आंवले को सुखाकर उसका पाउडर बना लें, और उस पाउडर को प्रतिदिन मूली के रस में मिलाकर खाएं। इस प्रयोग से कुछ ही दिनों में पथरी गल जाएगी।
  • रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर, प्रतिदिन आंवले के रस का सेवन करना काफी लाभप्रद होता है। यह शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है, और खून की कमी नहीं होने देता।
  • आंखों के लिए आंवला अमृत समान है, यह आंखों की रौशनी को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके लिए रोजाना एक चम्मच आंवला के पाउडर को शहद के साथ लेने से लाभ मिलता है और मोतियाबिंद की समस्या भी खत्म हो जाती है।
  • बुखार से छुटकारा पाने के लिए आंवले के रस में छौंक लगाकर इसका सेवन करना चाहिए, इसके अलावा दांतों में दर्द और कैविटी होने पर आंवले के रस में थोड़ा सा कपूर मिला कर मसूड़ों पर लगाने से आराम मिलता है।
  • शरीर में गर्मी बढ़ जाने पर आंवला सबसे बेहतर उपाय है। आंवले के रस का सेवन या आंवले को किसी भी रूप में खाने पर यह ठंडक प्रदान करता है। हिचकी तथा उल्टी होने की पर आंवले के रस को मिश्री के साथ दिन में दो-तीन बार सेवन करने से काफी राहत मिलेगी।
  • याददाश्त बढ़ाने में आंवला काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए सुबह के समय आंवला के मुरब्बा गाय के दूध के साथ लेने से लाभ होता है,  इसके अलावा आप प्रतिदिन आंवले के रस का प्रयोग भी कर सकते हैं।
  • चेहरे के दाग-धब्बे हटाकर उसे खूबसूरत बनाने के लिए भी आंवला आपके लिए उपयोगी होता है। इसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा साफ, चमकदार होती है और झुर्रियां भी कम हो जाती हैं।
  • बालों को काला, घना और चमकदार बनाने के लिए आंवले का प्रयोग होता है, इसके पाउडर से बाल धोने या फिर इसका सेवन करने से बालो को मजबूती मिलती है
  • आंवले का रस आंखों के लिए बहुत लाभकारी है। आंवला आंखों की ज्योति को बढ़ाता है। 
  • आंवला शारीरिक क्रियाशीलता को बढ़ाता है। यह भोजन को पचाने में बहुत सहायता करता है। भोजन में प्रतिदिन आंवले की चटनी, मुरब्बा, अचार, रस चूर्ण आदि को शामिल करना चाहिये। इससे कब्ज की शिकायत दूर होती है, पेट हल्का रहता है, रक्त की मात्रा में वृद्धि होती है।
  • यह खून में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है। 
  • महिलाओं की समस्याओं के लिए बेहद लाभकारी माना गया है। 
  • हड्डियों के लिए सर्वोत्तम औषधि है। आंवले के सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं।
  • आंवले के सेवन से तनाव में आराम मिलता है। नींद अच्छी आती है। आंवले का तेल सर को ठंडा रखता है। 
  • आंवले का सेवन करने से बाह्य बीमारियों से लड़ने की क्षमता विकसित होती है। 
  • यह संक्रमण से बचाव करता है। शरीर में फंगस आदि बीमारियों से बचाव करता है। आंवला शरीर को पुष्ट करता है।
  • मूत्र विकारों से छुटकारा दिलाता है। मूत्र विकारों में आंवले का चूर्ण फायदा करता है। आंवले का छाल और उसका सेवन करें तो लाभ होता है। 
  • आंवले के रस का सेवन करने से वजन कम करने में सहायता मिलती है। 
  • अगर किसी को नकसीर की समस्या है तो आंवले का सेवन लाभकारी है। 
  • आंवला हमारे हृदय की मांसपेशियों के लिये उत्तम होता है। यह नलिकाओं में होने वाली रूकावट को समाप्त करता है। 
  • यह उग्रता व उत्तेजना से शांति दिलाता है। अचानक से पसीना आना, गर्मी लगना, धातु के रोग, प्रमेय, प्रदर आदि चीजों में आराम दिलाता है। 
  • आंवले के रस से बवासीर ठीक हो जाता है।  
  • कुष्ठ रोग में भी आंवले का रस फायदेमंद होता है। 
  • आंवले का पाउडर और शहद का सेवन करें। आंवले के रस में मिश्री मिलाकर सेवन करने से उल्टियों का आना बंद हो जाता है। 
  • आंवले में ऐंटीओक्सिडेंट होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। ये मौसम के कारण होने वाले वाइरल संक्रमण से भी बचाता है।


100 रोगों की एक दवा है आंवला, सर्दियों में जरूर करें इसका सेवन

शीत ऋतु में आंवले के फल का बहुत अधिक महत्व है। यह एक प्रकार से भारतीय आयुर्वेद का मूलाधार भी है। माना गया है कि ठंड में आंवले का सेवन करना काफी गुणकारी है। आंवला पादप साम्राज्य का फल है। यह मैंगोलियोफाइटा विभाग और वर्ग का फल है तथा इसकी जाति रिबीस है और प्रजाति का नाम आर−यूवा−क्रिस्पा तथा वैज्ञानिक नाम रिबीस यूवा क्रिस्पा है।

यह फल देने वाला वृक्ष है। यह करीब 20 फीट से 25 फीट तक लंबा पौधा होता है। यह एशिया के अलावा यूरोप और अफ्रीका में भी पाया जाता है। हिमालयी क्षेत्र और प्रायद्वीप भारत में आंवले के पौधे बहुतायत में मिलते हैं। इसके फल सामान्य रूप से छोटे होते हैं। लेकिन प्रसंस्कृत पौधे में थोड़े बड़े फल लगते हैं। इसके फल हरे, चिकने और गूदेदार होते हैं।

आयुर्वेद में आंवला सर्वाधिक स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। आंवला विटामिन सी का सर्वोतम प्राकृतिक स्रोत है। इसमें विद्यमान विटामिन सी नष्ट नहीं होता। आंवला दाह, पांडु, रक्तपित्त, अरूचि, त्रिदोष, दमा, खांसी, श्वांस रोग, कब्ज, क्षय, छाती के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार आदि अनेक रोगों को नष्ट करने की शक्ति रखता है। यह पौरूष को बढ़ाता है। सिर के केशों को काले, घने व लम्बे रखता है। विटामिन−सी एक ऐसा नाजुक तत्व होता है जो गर्मी के प्रभाव से नष्ट हो जाता है, लेकिन आंवले का नष्ट नहीं होता। 

आंवले के विषय में जितना भी कहा जाये कम है। कहा जाता है कि यह 100 रोगों की एक दवा है। आयुर्वेद में आंवला सभी रोगों की अचूक दवा मानी गयी है। यह किसी भी रूप में बेहद लाभकारी है चाहे अचार हो या फिर मुरब्बा। शीत में आंवले का सेवन सभी को करना चाहिये। सुबह प्रतिदिन खाली पेट दो आंवले खाने या रात में सोने से ठीक पहले एक चम्मच आंवले का चूर्ण एक घूंट पानी के साथ लेने का प्रभाव आप एक महीने में स्वयं महसूस करेंगे।

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