Piles In Hindi-बवासीर के लक्षण और जड़ से खत्म करने के 9 रामबाण उपाय

Piles In Hindi
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बवासीर क्या है ?

Piles In Hindi -बवासीर को पाइल्स भी कहा जाता है। बवासीर पुरानी कब्ज और दस्त के कारण होता है।
गुदा एवं मलाशय के नीचे की एरिया में जो नसें हैँ यदि उन नसों में सूजन और जलन होती है तो इसे बवासीर या पाइल्स कहा जाता है।

बवासीर कई कारणों से होता है लेकिन मल जब बहुत टाइट हो जाता है और मल त्यागने में बहुत अधिक ताकत लगानी पड़ती है तो ऐसी अवस्था में बवासीर या पाइल्स होने की सम्भावना बढ़ जाती है।

महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान गुदा की नसों पर दबाव पढ़ने से तनाव बढ़ता है और बवासीर की समस्या उत्पन्न हो जाती है। बवासीर या पाइल्स मलाशय के अन्दर या गुदा के पास की त्वचा के नीचे हो सकता है।

संक्षेप में पाइल्स (Piles In Hindi) एक ऐसी बीमारी होती है जिसमें गुदा के अन्दर और बाहर के हिस्से में सूजन हो जाती है। जिसके कारण एनस के अन्दर या बाहर के हिस्से में त्वचा पर मस्से बन जाते हैँ।

पाइल्स की शुरुआत कैसे होती है ? (Piles In Hindi)

यदि किसी की लगातार कब्ज की स्थिति बनी रहती है जिसके कारण पेट साफ नहीं होता है और ऐसी अवस्था में मल त्याग करते समय ज्यादा जोर लगाने से पाइल्स की शुरुआत हो सकती है प्रग्नेंसी के दौरान महिलाओं में गुदा पर ज्यादा तनाव होने के कारण पाइल्स की समस्या हो सकती है।

पाइल्स होने के क्या कारण होते हैँ ?

पाइल्स (Piles In Hindi) होने के कई कारण हो सकते हैँ जैसे

  • ज्यादा वजन का बढ़ जाना
  • मसालेदार भोजन का ज्यादा सेवन करना
  • यदि कोई डायरिया से पीड़ित है तो पाइल्स की सम्भावना बढ़ जाती है
  • लगातार कब्ज का बना रहना
  • अच्छे से पेट साफ ना होना
  • मल त्याग करते समय अत्यधिक जोर लगाना
  • यदि माता पिता को पाइल्स की समस्या है तो जेनेटिक के कारण बच्चों में भी पाइल्स की समस्या हो सकती है
  • वेस्टर्न टॉयलट पर ज्यादा देर तक बैठे रहना
  • ज्यादा देर तक लगातार एक हो पोस्चर में बैठने से भी पाइल्स की समस्या हो सकती है।
  • यदि भोजन में पोषक तत्वों की कमी हो तो भी पाइल्स की समस्या हो सकती है।
  • अंग्रेजी दवाओं का अत्यधिक सेवन पाइल्स का कारण बन सकता है।

बवासीर के प्रकार

पाइल्स (Piles In Hindi) दो तरह की होती है

खूनी बवासीर

खूनी बवासीर में एनस के अन्दर सूजन व मस्से हो जाते हैँ। सामान्यतः इसमें रोगी को दर्द नहीं होता है। मलत्याग के दौरान खून आता है।

बादी बवासीर

बादी बवासीर कब्ज एवं गैस की समस्या से होता है। इसमें गुदा में सूजन मस्से व जलन और दर्द होता है।

पाइल्स के लक्षण (Piles In Hindi)

  • शौच के बाद भी जब महसूस हो कि पेट साफ नहीं हुआ है।
  • पाइल्स के मस्सो से खून आना
  • गुदा के आस पास की एरिया में खुजली होना
  • एनस के आस पास की एरिया में सूजन और गाँठ का होना
  • मल त्याग के दौरान दर्द का होना खून आना या म्यूकस का आना।

बवासीर में तुरन्त आराम के लिये क्या करें ?

पाइल्स (Piles In Hindi) की समस्या में एक्सपर्ट की सलाह यही होती है कि फाइबर और पानी से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिये परन्तु बवासीर में कई ऐसी चीजें हैँ जिनका सेवन करने से आराम मिलता है।

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जैतून का तेल

बवासीर (Piles In Hindi) की समस्या में जैतून का तेल काफी लाभदायक है
सूजन वाली जगह पर जैतून का तेल लगाने पर सूजन कम होती है और आराम मिलता है।

सेब का सिरका

बवासीर (Piles In Hindi) की समस्या में नसों में सूजन आ जाती है ऐसे में सेब के सिरके का सेवन करने से सिरका रक्तवाहिनियों को सिकोड़ने में मदद करता है। खूनी बवासीर से पीड़ित व्यक्ति को एक ग्लास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका डालकर पीने से आराम मिलता है।

जीरा पाइल्स में लाभदायक

जीरे को पानी के साथ मिलाकर पीसकर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को गुदा के आसपास मस्से वाली जगह पर लगाने से दर्द में आराम मिलता है।

छाछ या मट्ठा और अजवायन

मट्ठा और अजवायन का सेवन करने से पाइल्स की समस्या से राहत मिलती है। एक ग्लास छाछ में एक चौथाई अजवायन पाउडर मिलाकर दोपहर में खाने के बाद पीना चाहिये।

नींबू

नींबू के रस में अदरक और शहद को मिलाकर पीने से लाभ होता है

एलोवेरा पाइल्स में फायदेमन्द

एलोवेरा का सेवन सिर्फ स्किन के लिये ही नहीं बल्कि और कई सारी बीमारियों में फायदेमन्द होता है। एलोवेरा की तासीर ठण्डी होती है जिसके कारण पाइल्स (Piles In Hindi) की समस्या में इसका सेवन करने से जलन कम होती है। इसके अलावा एलोवेरा जेल यदि मस्सों पर लगाया जाय तो दर्द और खुजली दोनों में आराम पहुँचता है।

तिल का तेल और बीज

तिल का तेल पाइल्स (Piles In Hindi) कि जगह पर लगाने से दर्द और सूजन में आराम मिलता है व इसके बीजों को पीसकर मक्खन के साथ खाने से या 50-60 ग्राम बीज अच्छी तरह चबा कर खाया जा सकता है।

जामुन

जामुन के फल को नमक के साथ या ताजे फल को शहद के साथ खाने से खूनी बवासीर में आराम मिलता है।

नीम

पाइल्स की जगह पर नीम का तेल दिन में दो बार लगाने से खुजली और दर्द में आराम मिलता है।

देशी घी और हल्दी से पाइल्स कैसे खत्म होता है ?

देशी घी में थोड़ी से चुटकी भर हल्दी अच्छे से मिलाकर पाइल्स वाली जगह पर लगाने से बवासीर की समस्या में कुछ ही दिनों में आराम मिल जाता है।

बवासीर कितने दिन में ठीक हो जाता है ?

बवासीर की समस्या में यदि ऑपरेशन प्रक्रिया द्वारा इलाज किया जाता है तो इसके बाद मरीज को आराम होने में 2 से 4 हफ्ते का समय लग सकता है।

बवासीर होने पर क्या नहीं खाना चाहिये ?

बवासीर (Piles) में निम्नलिखित चीजों का परहेज करना चाहिये
तली भुनी और मसालेदार चीजों का सेवन नहीं करना चाहिये
सफेद ब्रेड चाय और कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिये।
धूम्रपान और गुटखा का सेवन करने से बचना चाहिये।

बवासीर कब तक रहता है ?

बवासीर कितने दिन तक रहेगा यह सभी व्यक्तियों में अलग अलग होगा। साधारण तौर पर सामान्य बवासीर कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है। बवासीर की गंभीर अवस्था में ये अपने आप ठीक नहीं होता है इसे उपचार से ही ठीक किया जा सकता है। महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान हुए पाइल्स बच्चे के जन्म के बाद ठीक हो जाते हैँ।

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